70,000 Bank Jobs in Public and Private Sector Banks For Current Financial Year

70,000 Bank Jobs in Public and Private Sector Banks For Current Financial Year

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Until this year, the number of vacancies in the public sector banks will be more than two lakh, but the appointment is likely to be only 35-40 thousand. More jobs will be 25-30% in the current fiscal year, Including private banks, the number may be closer to 70 thousand. These appointments are of Clerk and PO Level, whose starting pay Rs 15-30 per month. General secretary of All India bank employees association Mr. CH Venkatachalam  told Bhaskar Money, vacant positions for this year is likely to be 35-40 thousand appointments. The Association is demanding more from the banks so that banks are not affected.

Between 2009-13, despite the poor condition of the economy were 1 lakh 42 thousand new recruits. While most new jobs in the private banks, foreign banks were already low.

Most jobs in the private banks 
Most jobs in the private banks
> 3.5% annually in the banks between 2009 and 2013
The rate of increase in job opportunities.
> 8.7% Private Sector (highest)
> 2.3% Public Sector
> - 3.8% Foreign Banks

Foreign banks have reduced employee
In the past five years, nearly 17% of foreign banks  is less employee. However, during this time the public  sector workforce in banks  to 40% in about 10 per cent, while private banks  increased.

25-30% over the next year appointments
Constant retirement in banks and  branch expansion in the current fiscal year  will be 25-30% more appointments. In 2013-14  there were 50 thousand appointments. This trend  will continue for the next few years.
-Mohan V Tanksale Chief Executive, Indian  Banks Association  to fill the post of the two lakh to hire up to 16 years in state-owned banks  were not. The current financial year a total blank in the bank  is a large number of posts. Banks should fill all vacant  posts, but the Bank of outsourcing  are low recruitment.
-CH Venkatachalam, Secretary General, AIBA ,why it is better to make a career in the banking sector  employment  recruitment in 2013 was 48 thousand. The coming years,  it could be more than 3 times the data.

Article in Hindi (According to Dainik Bhaskar)

सरकारी बैंकों में इस वर्ष तक रिक्त पदों की संख्या दो लाख से अधिक होगी, लेकिन नियुक्ति सिर्फ 35-40 हजार की होने की संभावना है। ऐसे में चालू वित्त वर्ष 25-30% अधिक जॉब आएंगे। निजी बैंकों को मिलाकर यह संख्या करीब 70 हजार आ सकती हैं। ये नियुक्तियां क्लर्क-पीओ स्तर की हाेंगी, जिनका शुरूआती वेतन 15-30 हजार रु. प्रतिमाह होता है। ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉयज एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी सीएच वेंकटचलम ने मनी भास्कर को बताया कि इस साल रिक्त पदों पर 35-40 हजार नियुक्तियां होने की संभावना है। एसोसिएशन इसकी मांग लगातार बैंकों से कर रहा है। जिससे बैंकों में कामकाज प्रभावित न हो।

2009-13 के बीच अर्थव्यवस्था की खराब हालत के बावजूद 1 लाख 42 हजार नई भर्तियां हुईं। रोजगार के नए अवसर प्राइवेट बैंकों में ज्यादा रहा जबकि विदेशी बैंकों में पहले से कम हो गए।

प्राइवेट बैंकों में सबसे ज्यादा नौकरी...
प्राइवेट बैंकों में सबसे ज्यादा नौकरी
> 2009 से 2013 के बीच बैंकों में सालाना 3.5%
की दर से नौकरी के अवसर बढ़े।
> 8.7% प्राइवेट सेक्टर- (सबसे ज्यादा)
> 2.3% पब्लिक सेक्टर
> - 3.8% विदेशी बैंक

विदेशी बैंकों में कम हो रहे हैं कर्मचारी
विदेशी बैंकों में पिछले पांच साल में करीब 17% कर्मचारी कम हुए है। हालांकि, इसी दौरान पब्लिक सेक्टर के बैंकों में कर्मचारियों की संख्या करीब 10 फीसदी जबकि प्राइवेट बैंकों में 40% तक बढ़ गई।

अगले वर्ष 25-30% अधिक नियुक्तियां
सरकारी बैंकों में लगातार रिटायरमेंट होने और शाखा विस्तार के कारण चालू वित्त वर्ष में 25-30% ज्यादा नियुक्तियां होंगी। 2013-14 में करीब 50 हजार नियुक्तियां हुई थीं। यह ट्रेंड अगले कुछ वर्ष तक रहेगा।
-एमवी टांकसाले, चीफ एक्जीक्यूटिव, इंडियन बैंक्स एसोसिएशन भरने चाहिए पूरे दो लाख पद सरकारी बैंकों में 16 साल तक तो नियुक्तियां ही नहीं हुईं। चालू वित्त वर्ष तक बैंक में कुल रिक्त पदों की संख्या काफी है। बैंकों को सभी रिक्त पद भरना चाहिए लेकिन आउट सोर्सिंग के कारण बैंक कम भर्ती कर रहे हैं।
-सीएच वेंकटचलम, सेक्रेटरी जनरल, एआईबीइए क्यों बेहतर है बैंकिंग सेक्टर में कॅरिअर बनाना एम्प्लॉयमेंट 2013 में 48 हजार भर्तियां हुईं। आने वाले सालों में यह आंकड़ 3 गुना से भी ज्यादा हो सकता है।


Article Published in Dainik Bhaskar


Source - RBI, National Skill Development  Corporation.